बिहार/बिहार में सत्ता के खातिर हमेशा पलटी मारने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है क्योंकि बिहार को आदर्श राज्य का दर्ज और विकास के लिए सर्वाधिक बजट की मांग उनको एक बार फिर तख्ता पलट करने पर विवश कर दिया है।क्योंकि इस समय शोशल मीडिया और राजनीतिक विशेषज्ञों की माने तो नीतीश कुमार भाजपा गठबंधन में या तो दबाव महसूस कर रहे है या फिर केन्द्र का सहयोग नहीं मिल पा रहा है।
सूत्रों की माने तो अगले 48 घंटे बिहार और दिल्ली दोनों के लिए अहम हैं क्योंकि नीतीश कुमार नया दाव लगाने दिल्ली पहुंच चुके है उन्होंने दिल्ली रवाना होने से पहले 62 IPS के तबादले किए गए।उसके पहले डीजीपी का स्थानांतरण हुआ अब कांग्रेस नेताओं के संपर्क में आने की खबर कुछ और ही संकेत दे रहे है।क्योंकि भाजपा के करीबी और संदिग्ध अधिकारियों को पैदल किया गया।वैसे बिहार में इतना बड़ा फेरबदल बिहार में इतना बड़ा फेरबदल क्या संकेत देता है।