भारत और कोरिया के रिश्तों की मजबूत स्तंभ अयोध्या का रानी हो पार्क

 

अयोध्या/ भारत और कोरिया के रिश्तों की मजबूत स्तंभ अयोध्या का रानी हो पार्क आज बनकर तैयार है और कोरिया की महारानी की याद में बनाया गया रानी हो पार्क अयोध्या से कोरिया के प्रमुख रिश्तो को दर्शाता है। आज 7 सदस्य कोरियाई मेहमानों का डेलिगेशन अयोध्या पहुंचा,अयोध्या पहुंचे कोरियाई मेहमानों ने रानी हो पार्क का निरीक्षण किया और इस दौरान कोरियाइ मेहमान अत्यंत प्रसन्न दिखे। अयोध्या पहुंचे कोरिया दूतावास के डिप्टी एम्बेसडर वनहो शिन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह मेरा पहली बार अयोध्या का दौरा है और यही पार्क भारत और कोरिया के महत्वपूर्ण संबंध का एक सिंबल है। अयोध्या की राजकुमारी क्वीन हो बहुत पहले कोरिया आई थी और हमारे राजकुमार से उन्होने विवाह किया था। भारत और कोरिया के संबंध शुरू करने की प्रमुख वजह यही थी। अयोध्या पहुंचे कोरिया के डिप्टी एंबेसडर ने कहा कि मुझे बहुत खुशी हुई है रानी हो पार्क बहुत बड़ा और बहुत अच्छे से बनाया गया है। यहां पर बहुत अच्छी व्यवस्थाएं हैं। यह पार्क भारत और कोरिया के संबंध को मजबूती प्रदान कर रहा है। कोरिया दूतावास के डिप्टी एंबेसडर ने कहा कि पार्क में एक तरफ भारत का सिंबल है,तो दूसरी तरफ कोरिया का सिंबल है। यह एक ब्रिज है,जो कोरिया और भारत के संबंधों को मजबूत कर रहा है।बताते चलें की बहुत पहले अयोध्या की राजकुमारी सूर्य रत्ना कोरिया गई थी,जहां उन्होंने कोरिया के राजकुमार किंग सुरो से विवाह कर लिया था, यही कारण है कि कोरिया के लोग अयोध्या को अपनी ननिहाल मानते हैं और कोरिया ने 2015-16 राजकुमारी हो के नाम से अयोध्या में पार्क का निर्माण प्रारंभ किया, जो 2021 तक पूर्ण हो गया,जिसकी खूबसूरती और आभा देखते ही बनती है।

 

पार्क के निर्माण में प्रदेश की योगी सरकार और कोरिया ने संयुक्त रूप से भूमिका निभाई,यह भारत और कोरिया के संबंधों को दर्शाता है। कोरिया मेहमान प्रत्येक वर्ष अयोध्या आते हैं और अपने महारानी को श्रद्धांजलि देते हैं। कोरिया डेलिगेशन का अयोध्या के राज परिवार में स्वागत किया गया और इसके साथ ही उन्होंने अयोध्या में दर्शन पूजन भी किया।

 

Amit Kumar Singh
Author: Amit Kumar Singh