बस्ती जिले के मदरहवा सहित एक दर्जन गावों का घाघरा नदी के कटान से अस्तित्व खतरे में ग्रामीण गांव छोड़कर पलायन कर रहे है जबकि बाढ़ की विभीषिका से जनपद के 39 गांव अभी तक विलीन हो चुके है।
बस्ती जिले में घाघरा नदी के कटान से बस्ती सदर तहसील के मदरहवा सहित एक दर्जन गावों के अस्तित्व पर खतरा मडराने लगा है।नदी की कटान गांव के तरफ तेजी से बढ़ने के कारण लोग मकानों को तोड़कर सुरछित स्थानों पर जा रहे है।
वही प्रशासन कटान रोक पाने में विफल है जिससे दर्जनों गांवों के लोग भयभीत है।बाढ़ खंड के अधिकारी लगातार कटान से प्रभावित गावों पर नजर बनाए हुए है लेकिन नदी के बढ़ते जलस्तर और कटान के कारण नदी की धारा को मोड़ पाने में नाकाम हो रहे है बाढ़ पीड़ितों को सुरछित स्थानों पर जाने का अनुरोध कर रहे है क्योंकि दर्जनों छप्पर और कच्चे मकान घाघरा नदी में विलीन हो गए है।
जबकि नदी के किनारे बसे लोगो का कहना है कि 50 वर्षो में घाघरा नदी के उफान से 39 गावों का अस्तित्व ही खत्म हो गया है।ग्रामीणों ने बताया कि बांधो के बनने के बाद तबाही कम हुई है लेकिन अब तक 5 दर्जन गावों का अस्तित्व ही समाप्त हो चुका है।
जिलाधिकारी बस्ती रवीश गुप्ता ने बताया कि नदी की धारा को इस समय मोड पाना संभव नही है इस लिए ग्रामीणों को सुरछित स्थान या बाढ़ शरणालयो में जाने का अनुरोध किया जा रहा है।
फोटो नदी
अमित सिंह बस्ती