बाघ मित्रों का दल पीलीभीत प्रशिक्षण हेतु पहुंचा

 

सामाजिक वानिकी वन प्रभाग बिजनौर के 20 बाघ मित्रों का दल पीलीभीत प्रशिक्षण हेतु पहुंचा।

 

सामाजिक वानिकी वन प्रभाग बिजनौर के 20 बाघ मित्रों का दल पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघ मित्र कार्यक्रम की बारीकियां सीखने के लिए तीन दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण पर पीलीभीत टाइगर आया है। आज के कार्यक्रम का शुभारंभ बाघ मित्रों के द्वारा ग्राम सेला में वृक्षारोपण से किया गया। बाघ मित्रों ने सेला गांव एवं जंगल का भ्रमण कर वन्यजीवों के पद चिन्हों को पहचानने का प्रशिक्षण प्राप्त किया। दोपहर में ग्राम चौड़ा खेड़ा में विचरण कर रहे बाघ को देखा एवं ग्रामीणों से बात की तथा दोपहर में महोफ रेंज परिसर में बिजनौर के बाघ मित्रों एवं पीलीभीत के बाघ मित्रों का आपस में वार्तालाप हुआ। बाघ मित्र अतुल सिंह, सुमित्रा सिंह एवं अमन कुमार ने बताया कि पीलीभीत के बाघ मित्र किस प्रकार से कार्य करते हैं।
प्रभागीय वनाधिकारी पीलीभीत टाइगर रिजर्व मनीष सिंह ने कहा कि जो सेवा भाव रखता है वह बाघ मित्र हो सकता है, बाघ मित्र कार्यक्रम पूर्णता स्वयंसेवी कार्यक्रम है। पीलीभीत के बाघ मित्रों ने अपने सेवा भावना से इस कार्यक्रम को सफल बनाया है। इस कार्यक्रम की चर्चा बार-बार विभिन्न मंचों पर की जाती है। बाघ मित्र कार्यक्रम को विश्व प्रतिनिधि भारत ने सामाजिक वानिकी वन प्रभाग बिजनौर में भी प्रारंभ किया है ताकि वहां पर मानव तेंदुआ संघर्ष को कम किया जा सके। कार्यक्रम को वन क्षेत्राधिकारी सहेंद्र यादव, अरुण मोहन श्रीवास्तव तथा धामपुर से वन क्षेत्राधिकारी गोविंद राम ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ परियोजना अधिकारी नरेश कुमार ने किया।

Amit Kumar Singh
Author: Amit Kumar Singh