प्रभारी निरीक्षक दीपक दूबे की कुर्सी गई, हुए निलंबित*

बस्ती /बस्ती जिले में बिगड़ी कानून व्यवस्था और पुलिस की लापरवाही से एक युवक की जीवन लीला समाप्त हो गई।जबकि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर एक वर्ष से अधिक समय से प्रभारी निरीक्षक दीपक दुबे की कुर्सी छिन गई लेकिन एक मासूम की जान चली गई उसकी कीमत केवल निलंबन तक ही सीमित है या फिर योगी सरकार अपने इन रक्षकों के विरुद्ध कुछ और भी करेगी।
बतादे कि निलंबित प्रभारी निरीक्षक दीपक दूबे की कप्तानगंज में तैनाती का कार्यकाल एक वर्ष पुराना है । क्षेत्र में इन्हें तहरीर बदलवाने वाले दरोगा के नाम से लोग जानते हैं । कप्तानगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत कोइलपुरा में दबंगों के कुकृत्यों से आहत होकर छात्र आदित्य कुमार ने फांसी लगा ली है । पीड़ित स्वजन शव को लेकर कप्तानगंज थाने पर पहुंच गये और दबंगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग करने लगे । मामले में एक दिन पूर्व ही कप्तानगंज पुलिस को पीड़ित पक्ष ने सूचना दिया था परन्तु अपनी परिपाटी के अनुसार पुलिस ने मुकदमा नहीं दर्ज किया । कप्तानगंज पुलिस के कार्रवाई को देर देखते हुए पीड़ित स्वजन शव को थाने में रखकर हंगामा करने लगे और शव को लेकर पुलिस अधीक्षक बस्ती कार्यालय पर पहुंच गए । पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर पीड़ित परिवार शव को रखकर प्रदर्शन करने लगे । पुलिस अधीक्षक गोपाल कृष्ण चौधरी के निर्देश पर क्षेत्राधिकारी कलवारी प्रदीप कुमार त्रिपाठी की उपस्थिति में कप्तानगंज थाने में धारा बीएनएस 115 ( 2) , 352 , 361 (3) 108 के तहत चार नाबालिक आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है ।
गौरतलब कि कप्तानगंज थाना क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम पंचायत कोइलपुरा में छात्र आदित्य कुमार पुत्र महेंद्र कुमार ग्राम निघुरी थाना बेलहर कला जिला संत कबीर नगर का निवासी अपने ननिहाल में रहता था और आदित्य कुमार ननिहाल में रहकर ही पढ़ाई करता था आदित्य कुमार कक्षा दसवीं में पढ़ता था । आदित्य कुमार की उम्र लगभग 15 वर्ष थी । दिनांक – 20-12-2024 को रात्रि में गांव के कुछ नाबालिक मित्रों ने बर्थडे में बुलाया था । चार नाबालिग मित्रों ने आदित्य कुमार को नंगा करके पिटाई किया था तथा गाली गुप्ता देते हुए जान से मारने की धमकी दिया था और चार नाबालिक मित्रों ने आदित्य कुमार के मुंह में पेशाब कर दिया था । आदित्य कुमार ने घर आकर रो – रो कर अपने मामा को सारी घटना की जानकारी दिया था ।

सूत्रों की माने तो पीड़ित के परिवार वालों ने कप्तानगंज पुलिस को फांसी वाली घटना के एक दिन पूर्व ही प्रकरण में तहरीर दिया था परन्तु कप्तानगंज पुलिस ने मामले में मुकदमा पंजीकृत नहीं किया था जिससे आरोपियों के हौसले बढ़ते गए और परिणाम अनहोनी में बदल गया । मित्रों के द्वारा किए गए कुकृत्यों से आहत होकर दिनांक – 23-दिसंबर को पीड़ित ने फांसी लगा लिया । इस संबंध में सीओ प्रदीप कुमार त्रिपाठी ने बताया कि मृतक आदित्य कुमार के मामा विजय कुमार की तहरीर पर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और हर बिंदुओं की गहनता से जांच की जा रही है । मामले में पीड़ित पक्ष द्वारा प्रभारी निरीक्षक पर लापरवाही बरतने व तहरीर देने के बाद भी थानेदार द्वारा मुकदमा पंजीकृत न करने के आरोपों का डीआईजी रेंज ने त्वरित संज्ञान लिया व पुलिस अधीक्षक बस्ती ने प्रभारी निरीक्षक दीपक दूबे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है ।
