आगरा में मनाये जा रहे मुग़ल बादशाह शाहजहाँ का 370 वाँ तीन दिवसीय उर्स चादर पोशी के साथ संपन्न हो गया।उर्स के अंतिम दिन खुद्दाम ए रोजा कमेठी द्वारा एक हजार छह सौ सत्तर ( 1670) मीटर लम्बी सर्व धर्म सदभाव की प्रतीक हिदुस्तानी सतरंगी चादर प्रमुख आकर्षक का केंद्र रही …सतरंगी चादर को ताजमहल में स्थापित असली शाहजाहाँ की मजार पर चढ़ाया गया और देश में अमन और शान्ति के लिए दुआ की गयी …इसके अलावा भी दो दर्जन से अधिक चादर पोशी की गयी…चादर पोशी के दौरान देश के विभिन्न राज्यों से आये हजारों जायरीनो ने भाग लिया . ..उर्स में भाग लेने आये जायरीनो के लिए ताजमहल में सूर्योदय से सूर्यास्त तक निशुल्क प्रवेश दिया गया …इस अवसर पर भारतीय पुरातात्विक विभाग के अघिकारी भी मौजूद रहे ….खुद्दाम ए रोजा कमेठी अध्यक्ष ताहिर उद्दीन ताहिर ने बताया कि शाहजहां के 370 वे उर्स पर दुनिया की सबसे बड़ी ऐतिहासिक सर्वधर्म सद्भाव की प्रतीक हिन्दुस्तानी सतरंगी चादर को शाहजहां की कब्र पर चढ़ाकार देश में अमन शांति बनी रहे इसके लिए दुआ की गयी है।