बस्ती 5 अक्टूबर। रूधौली के पूर्व विधायक संजय प्रताप जायसवाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र देकर जल जीवन मिशन योजना में व्याप्त मनमानी, गुणवत्ता में कमी आदि की जांच कराकर प्रभावी कार्यवाही का आग्रह किया। इसी कड़ी में उन्होने प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह से मिलकर उन्हें जल जीवन मिशन योजना के क्रियान्वन में मनमानी पर अंकुश लगाये जाने, दोषियों पर कार्रवाई किये जाने का आग्रह किया जिससे योजना का पूरा लाभ नागरिकांे को मिल सके।
पूर्व विधायक संजय प्रताप जायसवाल ने मुख्यमंत्री को दिये पत्र में कहा है कि विधानसभा क्षेत्र 309 रूधौली अन्तर्गत क्षेत्रीय भ्रमण के दौरान उन्हें बताया कि सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन के अन्तर्गत सभी गावों में स्वच्छ पेय जल मुहैया कराने के उद्देश्य से भूमिगत पाइप लाइन बिछाने, वाटर हेड टैंक के निर्माण सहित अन्य कार्यों के लिए चयनित फर्म मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एण्ड इन्फास्ट्रचर, मेसर्स वी.एस.ए. इन्फा प्रोजेक्ट, मेसर्स जैक्शन विश्वराज को जिम्मेदारी सौंपी गयी थी। योजना को निर्वाध रूप से संचालन के लिए विभिन्न पटलो पर तकनीकी कार्मिको की नियुक्ति मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एण्ड इन्फास्ट्रचर कम्पनी को नामित किया गया है। जिसके द्वारा 13 तकनीकी कार्मिको की नियुक्ति की जानी थी। इसके लिए वर्ष 2021 में ही संबंधित ब्लाको पर दो दिवसीय प्रशिक्षण की प्रक्रिया पूरी करायी गयी। लेकिन अभी तक तकनीकी कार्मिको की नियुक्ति नही हो सकी है। मिशन में नियुक्त शासन के अधिकारी, कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियों का पूर्ण रूप से निर्वहन नही कर रहे है, जिससे फर्म की मनमानी बढ़ रही है। इसके अलावा फर्मों द्वारा 30 प्रतिशत पर पेटी कान्ट्रैक्टरो से कार्य कराया जा रहा है, जिससे एक तरफ जहां कार्य की गुणवत्ता क्षीण हो रही है तो वही पेटी कान्ट्रेक्टरो का भुगतान भी लम्बित है और फंसता जा रहा है। उन्होने आग्रह किया कि निष्पक्ष रूप से नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण कराने तथा आवश्यकतानुसार अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति किये जाने, पेटी कान्ट्रेक्टरो द्वारा किये जा रहे कार्य की गुणवत्ता को परखते हुए मुख्य फर्मों को भुगतान की प्रक्रिया सुनिश्चित कराया जाय।
इसी कड़ी में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह से मिलकर पूर्व विधायक संजय प्रताप ने बताया कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत सभी गावों में भूमिगत पाइप लाइन बिछाने, वाटर हेड टेंक के निर्माण सहित अन्य कार्यों के लिए फर्म मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एण्ड इन्फास्ट्रचर, मेसर्स वी.एस.ए. इन्फा प्रोजेक्ट, मेसर्स जैक्शन विश्वराज को चयनित किया गया था। जिनके द्वारा घर घर पेय जल पहुंचाने के लिए सड़को की पटरियों से होकर पाईप बिछाने का कार्य किया गया था। इस दौरान क्षतिग्रस्त हुए सड़क व उसकी पटरियों को संस्था द्वारा यथा स्थिति नही बनाया गया। सड़को की पटरियां क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण राजस्व की भारी क्षति तो हुई ही है, आम जनता को भी आने जाने में काफी असुविधाएं आ रही है। शासन का स्पष्ट आदेश भी जारी हुआ है कि कार्यदायी संस्था द्वारा पाइप बिछाने के दौरान खोदे गये सड़को की पटरियों को गुणवत्ता पूर्ण पुर्नर्निमाण कराते हुए उसकी तय सीमा तक रख रखाव करने की जिम्मेदारी होगी। यह भी संज्ञान में आया है, कि वाटर हेड टैंक, पाइल लाईन, टोटी फिटिंग सहित अन्य कार्य का निर्माण कार्य पूर्ण होने के सम्बन्ध में ग्राम पंचायत के प्रधान का फर्जी हस्ताक्षर कर जिला प्रशासन को सन्तोषजनक कार्य की आख्या प्रस्तुत कर दी जा रही है। जिसपर जल जीवन मिशन के जिम्मेदार अधिकारी बिना स्थलीय निरीक्षण के भुगतान की प्रक्रिया भी कर दी गयी है। इससे जहां कार्य की गुणवत्ता क्षीण हुई है तो महत्वपूर्ण योजना में सरकार की छवि भी भूमिल हो रही है। जिसकी जांच कराकर दोषी फर्मों एवं जिम्मेदार अधिकारियों , कर्मचारियों पर विधिक कार्यवाही किया जाय। पूर्व विधायक ने बताया कि जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने मामले में प्रभावी कार्यवाही कराने का आश्वासन दिया है।